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।। श्री वीतरागायनमः।। युग प्रमुख चरित्र शिरोमणी सन्मार्ग दिवाकर आचार्य श्री विमल सागर जी महाराज की हीरक
जयन्ती के अवसर पर प्रकाशित
पुष्य नं०४७
श्री वामनाचार्य विरचित्
मेरु मंदर पुराण
हिन्दी टीकाकार श्री आचार्यरत्न देशभूषण जी महाराज
प्रेरक ज्ञान दिवाकर उपाध्याय श्री भरतसागर जी महाराज
निर्देशिका श्री आर्यिका स्याद्वाद्मतिमाता जी
अर्थ सहयोगी मुनिभक्त श्री चिरंजीलाल सुपुत्र श्री कमलचंद चिन्तामणी
बज, जवाहरनगर, जयपुर (राजस्थान)
60000
200000
प्रकाशक भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद
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