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चाहिए। (देखें संदृष्टि नं. 1 )
गुणस्थान
1. मिथ्यात्व
2 सासादन
3. मिश्र
4 अविस्त
15 देशविस्त
6. प्रमत्तसंयम
7. अप्रमत्तसंयम
8. अपूर्वकरण
9. अनिवृत्तिकरण भाग 1
9
9
9
9
9.
भाग 2
भाग 3
भाग 4
भाग 5
भाग 6
10. सूक्ष्यसाम्परायसंयत
11. उपशांतमोह
12. क्षीणमोह
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आस्रव व्युच्छित्ति
5
4
0
9 [त्याख्यान त्रास अविरति, औदास्किमिश्र, वैक्रियिक, वैक्रियिकमिश्र और कार्मण काययोग]
15
2
०
6
1
1
1
1
1
1
1
0
4
आसव
55
50
43
46
37
24
22
22
16
15
14
13
12
11
10
9
9
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आस्रव अभाव
2
7
14
11
20
33
35
35
41
42
ཆ་ཆེ་བི་ཆེ་ཆ་ཆེ་ཆེ
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