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हउँ हसिग्र/हसि प्रा/हसि उ/हसिमो (यहां 'हउ' सर्वनाम पुस्लिग प्रथमा एकवचन है)।
(ii) मैं हंसी-यहाँ पुरुषवाचक सर्वनाम स्त्रीलिंग एकवचन का है । अतः
कृदन्त के रूप स्त्रीलिंग में 'कहा' के अनुसार एकवचन में चलाने होंगेहउं हसिपा/हसिन (यहां 'हर्ड' सर्वनाम स्त्रीलिंग प्रथमा एकवचन है)
(iii) हम हंसे -यहां पुरुषवाचक सर्वनाम पुल्लिग बहुवचन का है। अतः
कृदन्त के रूप पुल्लिग में 'देव' के अनुसार बहुवचन में चलाने होंगेअम्हे/अम्हई हसिम/हसिमा (यहां 'अम्हे/मम्हई' सर्वनाम पुल्लिग प्रथमा बहुवचन है)।
(iv) हम सब हंसी-यहां पुरुषवाचक सर्वनाम स्त्रीलिंग बहुवचन का है।
अतः कृदन्त के रूप स्त्रीलिंग में 'कहा' के अनुसार बहुवचन में चलाने होंगेअम्हे/अम्हई हसिमा/हसिग्रहसिग्राउ/हसिपउ/हसियानो/हसिअप्रो (यहां 'अम्हे/अम्हई' सर्वनाम स्त्रीलिंग प्रथमा बहुवचन है)
इसी प्रकार
5. तुम हसे - तुहं हसिम/हसिया/हसिउ/हसिप्रो। 6. तुम हंसी -तुहुं हसिमा/हसिन । 7 तुम सब हंसे -तुम्हे/तुम्हई हसिम/हसिना । ४. तुम सब हंसी- तुम्हे/तुम्हइं हसिमा/हसिम हसिग्राउ हसिमड/हसिनाप्रो/
हसिप्रो। 9. वह हंसा सो हसिप/हसिया/हसिउ/हसियो । 10. वह हँसी -सा हसिना/हसिन । 11. वे सब हंसे --ते हसिप्र/हसिया । 12. वे सब हंसी -ता हसिया/हसिग्न/हसिग्राउ/हसिप्रउ/हसियानो/हसिप्रनो।
अपभ्रंश अभ्यास सौरभ ]
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