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अभ्यास-10 (क) निम्नलिखित वाक्यों को अपभ्रंश में रचना कीजिए । पुरुषवाचक सर्वनाम,
सम्बन्धक भूतकृदन्त (पूर्वकालिक क्रिया), हेत्वर्थक कृदन्त एव क्रियारूपों के सभी विकल्प लिखिए1. तुम खुश होकर जीनो। 2. वह नाचने के लिए उठती है । 3. वे सब उछलने के लिए प्रयास करेंगे। 4. तुम घूमकर थकते हो। 5. वह मरने के लिए कूदता है। 6. तुम सब हंसकर खेलो। 7. हम सब जागकर उठते हैं। 8. मैं खेलकर प्रसन्न होती हूँ। 9. वह नाचने के लिए शरमाएगी। 10. तुम सब ठहरकर स्नान करो। ।। मैं घूमने के लिए उलूंगी। 12. वह कांपकर मूच्छित होता है। 13 वे दोनों लड़ कर मरेंगे। 14 तुम दोनों बैठने के लिए ठहरो। 15. वे दोनों लड़कर तड़फड़ाते हैं। 16. मैं हँसकर जीतूंगी। 17. वह शरमाकर नाचेगी। 18. तुम रूसकर सोते हो। 19. वे जागने के लिए प्रयास करें। 20. वे सब घूमने के लिए प्रसन्न होवेंगी। 21 . तुम उठने के लिए ठहरो। 22. वह रोकर सोवेगी। 23. हम सब प्रसन्न होने के लिए घूमेंगे । 24. वे सब लड़ने के लिए छिपते हैं। 25. तुम स्नान करके सोवो। 26. तुम नाचकर थकते हो। 27. वे सब बैठकर खेलें। 28. तुम उठने के लिए जागो । 29. मैं सोने के लिए उठती हैं। 30. वह खुश होकर घूमेगी।
उदाहरणतुम खुश होकर जीयो तह उल्लसि/उल्लसिउ/उल्लसिवि/उल्लसवि/उल्लसेवि/
उल्लसेविणु/उल्लसेप्पि/उल्लसेप्पिणु जीव/जीवि/जीवे/
जीवु/जीवहि/जीवेहि/जीवसु/जीवेसु । (ख) निम्नलिखित कृदन्तों का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए। इच्छानुसार पुरुष
वाचक सर्वनाम का प्रयोग करते हुए निर्देशानुसार कालों में क्रिया के सभी विकल्प लिखिए1. उल्लसि (जीव) विधि एवं आज्ञा 2. णच्चणहं (लज्ज) भविष्यत्काल 3. कंपिवि (मुच्छ) वर्तमान काल 4. हसवि (खेल) विधि एवं आज्ञा
नोट-इस अभ्यास-10 को हल करने के लिए 'अपभ्रंश रचना सौरभ' के पाठ 27
28 का अध्ययन करें।
अपभ्रंश अभ्यास सौरभ ]
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