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________________ अभ्यास-21 (क) निम्नलिखित वाक्यों को अपभ्रंश में रचना कीजिए । संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया एवं कृदन्त-रूपों के सभी विकल्प लिखिए - 1. राजा हंसता है । 2. राजा हंसे । 3. राजा हंसेगा। 4. राजा हंसा । 5. राजा के द्वारा हंसा गया। 6. बालक बैठते हैं । 7. बालक बैठे। 8. बालक बैठेंगे। 9 बालक बैठा। 10. बालक द्वारा बैठा गया । 11. विमान उड़ता है । 12. विमान उड़े। 13. विमान उड़ेगा। 14. विमान उड़ा । 15. विमान द्वारा उड़ा गया। 16 नागरिक उपस्थित होते हैं। 17. नागरिक उपस्थित होवें । 18. नागरिक उपस्थित होंगे। 19. नागरिक उपस्थित हुए। 20 नागरिकों द्वारा उपस्थित हुअा गया। 21. माता प्रसन्न होती है । 22. माता प्रसन्न होवे । 23. माता प्रसन्न होवेगी । 24. माता प्रसन्न हुई । 25. माता के द्वारा प्रसन्न हुया गया। 26. कन्याएं छिपती हैं। 27. कन्याएं छिपें । 28. कन्याएं छिपेंगी। 29. कन्यानों द्वारा छिपा गया । 30. वह जागता है। 31. वह जागे । 32. वह जागेगा। 33. वह जागा। 34. उसके द्वारा जागा गया । 35. तुम सब रुकते हो । 36. तुम सब रुको । 37. तुम सब रुकोगे । 38. तुम सब रुके। 39. तुम सबके द्वारा रुका गया 40. मैं ठहरती हूँ। 41. मैं ठहरूं । 42. मैं ठहरूँगी। 43. मैं ठहरी। 44. मेरे द्वारा ठहरा गया । 45. वे सब उतरती हैं। 46. वे सब उतरें। 47. वे सब उतरेंगी। 48. वे सब उतरीं । 49. उन सब के द्वारा उतरा गया । 50, सीता सोने के लिए उठती है । 51. सीता सोने के लिए उठे। 52. सीता सोने के लिए उठेगी । 53. सीता सोने के लिए उठी। 54. सीता के द्वारा सोने के लिए उठा गया। 55. तुम नाचने के लिए उठते हो। 56. तुम नाचने के लिए उठो। 57. तुम नाचने के लिए उठोगे। 58. तुम नाचने के लिए ठे। 59. तुम्हारे द्वारा नाचने के लिए उठा गया । उदाहरणराजा हंसता है=नरिंद/नरिंदा/नरिंदु/नरिंदो हसइ/हसेइ/हसए । - - - नोट-इस अभ्यास-21 को हल करने के लिए 'अपभ्रंश रचना सौरभ' के पाठ 1 से 44 तक दोहराएं। अपभ्रंश अभ्यास सौरम ] [ 97 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002697
Book TitleApbhramsa Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1996
Total Pages290
LanguageHindi, Prakrit, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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