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(ख) 1. एह/एहन
तेह/तेहा
==ऐसा/इसके समान/
इस प्रकार का -वैसा/उसके समान जैसा/उस भांति
S (पु., नपुं) =कैसा/किसके समान/ किस प्रकार का =समान/जैसा/जिसके समान/जिस प्रकार का )
केह/केहन/ केहिय
जेह/जेहन
=ऐसी
= वैसी
(स्त्रीलिंग) ।
2. अइस
तइस
= कैसी =जैसी =ऐसा इसके समान/
इस प्रकार का -वैसा/उस जैसा/
उस भांति =कसा/किसके समान किस प्रकार का =जैसा/जिसके समान/
जिस प्रकार का =दूसरे के जैसा/ अन्य के समान
कइस
(पु , नपुं.)
जइस
अन्नाइस/प्रवराइस
1.
हे. प्रा. व्या. 4-442 (एहन आदि का प्रयोग प.च. में मिलता है, उदाहरण
वाक्य देखें)।
2. 3.
हे. प्रा. व्या. 4-403 । हे. प्रा. व्या. 4-413 ।
64 ]
[ प्रौढ अपभ्रंश रचना सौरभ
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