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(i) (2)
31. जारण जानना
32. जिरग जीतना
33. जिम- जीमना
34. जोश्र = देखना,
प्रकाशित
होना
35. भा ध्यान करना
XX
1
(3)
जाणि, जाणिउ, जाणिवि,
जाणवि, जाणेवि,
जाविणु, जाणेप्पि
जाणु
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जिरिण, जिणिउ,
जिवि, जिणिवि,
जिवि, जिणेविणु,
जिणेप्पि, जिणेपिणु
जिमि, जिमिउ,
जिमिवि, जिमवि,
जिमेवि, जिमेविणु,
जिमेप, जिपिणु
36. ठव = स्थापित करना ठवि, ठविउ, ठविवि,
afa, ठवेवि, ठवेविणु, ठप्प, वेणु
जोइ, जोइउ, जोइवि,
जोग्रवि, जोएवि, जो विणु, जोएप्प, जोएपिणु
भाइ, भाइउ, भाइवि,
भावि, भावि,
भाविणु, झाएप्प, एप्पिणु
(4)
जावं, जाणण, जाणणहं,
जाहिं, जाणेवि,
जाणेविणु, जाणेप्पि
जाप
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जिव, जिणण,
जिणणहं, जिणणहि,
जिणेवि, जिणेविणु, जिणेपि, जिणेपिणु
जिमेवं, जिमण,
जिमणहं, जिमहि,
जिवि, जिमेविणु, जिमेपि, जिमेपिणु
जोएवं, जोण, जोणहं,
जो, जोएवि जोए विणु, जोएप्पि, जोएप्पिणु
झाएवं भाश्रण, भानणहं,
काहिं, झावि, भाविणु, झाएप्पि, झाएप्पिणु
ठवेवं, ठवण, ठवणहं, वर्णा, ठवेवि, ठवेविणु, ठप्प, ठप्प
[ प्रौढ अपभ्रंश रचना सौरभ
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