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(5.1)
गलिअव्व,
गलेश्रव्व
गवेसिव्व,
गवे से अव्व
गहिव्व,
अव्व
गाग्रव्व
गिलेअव्व, गिलिनव्व
घडिश्रव्व,
घडेश्रव्व
घोसिश्रव्व,
घोसे अव्व
(52)
गलेव्वउं, गलि एव्वउं,
गलेवा
गवेसेब्वउं,
गवेसि एव्व ं,
गवेसे वा
गव्वउं, गहिएव्व,
गहेवा
गाएव्वउं, गाइएव्बउ,
गाएवा
गिलेव्वउं, गिलिएव्वउं,
गिलेवा
घडेव्वउं, घडिएव्व,
घडेवा
प्रौढ अपभ्रंश रचना सौरभ 1
(6)
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गलन्त, गलमाण
गवे सन्त, गवेसमाण
गहन्त, गहमाण
गान्त गन्त,
गामाण
गिलन्त, गिलमाण
घोसेव्वउं, घोसिएव्व ं, घोसन्त, घोसमाण
धोसेवा
घडन्त, घडमाण
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(7)
गलि, गलिय
वेसि
वेसिय
गिि
गान,
गाय
गिलिन, गिलिय
घडि घडिय
घोसित्र, घोसिय
[ xvii
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