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भूतकालिक कृदन्त में प्रयुक्त प्रत्यय-अ, य
विधि कृदन्त में प्रयुक्त प्रत्ययपरिवर्तनीय- अपरिवर्तनीय
एन्वउ, इएन्वउं, एवा (5.1) (5.2)
वर्तमान कृदन्त में प्रयुक्त प्रत्ययन्त, मारण
(6)
प्रव्व
(7)
अप्पिन, अप्पिय
अप्पिग्रव्व, अप्पेअव्व
अप्पेव्वउ, अप्पिएव्वउं, अप्पेवा
अप्पन्त, अप्पमाण
अवलोइअव्व, अवलोएव्वउं, अवलोएअव्व अवलोइएव्व उं,
अवलोएवा
अवलोअन्त, अवलोप्रमाण
अवलोइअ, अवलोइय
आणिग्रव्व, आणेअश्व
आणेव्वळ, प्राणिएव्वउं, आणन्त, प्राणमाण प्राणिप्र, प्राणिय आणेवा
आविअव्व, आवेअव्व
आवेव्वउं, प्राविएव्वळ, पावन्त, आवमाण प्रावित्र, प्राविय आवेवा
इच्छिअव्व, इच्छेप्रव्व
इच्छेव्वळ, इच्छिएव्वलं, इच्छन्त, इच्छमाण इच्छिम, इच्छिय इच्छेवा
प्रौढ अपभ्रंश रचना सौरभ ]
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