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ससुरस्स उप्पत्ती
(ससुर) 6/1 (उप्पत्ति) भूकृ 1/1 अनि
ससुर की उत्पत्ति
एव
अव्यय
न
अव्यय
नहीं
एवं
सच्चत्थाणे
इस प्रकार सत्य कारण पर सन्तुष्ट हुआ धर्माभिमुख
धम्माभिमुहो
जाओ
पुणरवि
पुढे
हुआ फिर पूछा गया तुम्हारे द्वारा सासू की छः मास
तुमए सासूए
छम्मासा
कहं
कैसे
कहिआ
तीए
अव्यय [(सच्च)-(त्थाण) 7/1] (तुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि [(धम्म)+(अभिमुह)] [(धम्म)-(अभिमुह) 1/1] (जाअ) भूकृ 1/1 अनि अव्यय (पुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (तुम्ह) 3/1 स (सासू) 6/1 (छम्मास) 1/1 अव्यय (कह) भूकृ 1/1 (ती) 3/1 स (उत्त) भूकृ 1/1 अनि (सासू) 2/1 (पुच्छ) विधि 2/2 सक (सेट्ठि) 3/1 (ता) 1/1 स (पुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (ता) 3/1 स अव्यय (कह) भूकृ 1/1 [(पुत्त)-(वह) 6/1] (वयण) 1/1 (सच्च) 1/1
कही गई उसके द्वारा कहा गया
सासू को
उत्तं सासुं पुच्छह सेट्टिया
सा
पूछो सेठ के द्वारा वह पूछी गई उसके द्वारा
पुट्ठा
ताए
वि
भी
कहा गया
पुत्रवधू के
कहिअं पुत्तवहूणं वयणं सच्चं
वचन
सत्य
298
प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ
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