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________________ साथ समं महामहिला अव्यय [(महा)-(महिला) 1/1] महान् नारी 52. नयणजलसित्तगत्तं [(नयणजल)-(सित्त)-(गत्ता) 2/1 वि] आँसुओं से भीगे हुए शरीरवाली देखो, और पेच्छय जणणिं माता को इस छोड़कर पमोत्तूणं चलिओ रामेण [(पेच्छ)-(य)] (पेच्छ) विधि 2/1 सक- य (अव्यय) (जणणी) 2/1 (इमा) 2/1 सवि (पमोत्तूणं) संकृ अनि (चल) भूकृ.1/1 (राम) 3/1 अव्यय (एत) 1/1 स अव्यय (लक्खणकुमार) 1/1 चल दिया राम के सम साथ यह एसो च्चिय भी लक्खणकुमारो लक्ष्मण कुमार 53. तेसु उन कुमारेसु कुमारों के समं साथ सामन्तजणेण वच्चमाणेणं (त) 7/2' सवि (कुमार) 7/21 अव्यय [(सामन्त)-(जण) 3/1] (वच्च) वक़ 3/1 (सुन्न-सुन्ना) 1/1 (साएयपुरी) 1/1 (जाय-जाया) भूकृ 1/1 अनि [(छण)-(वज्जिय-वज्जिया)] भूकृ 1/1 अनि सुन्ना साएयपुरी जाया सामन्तजनों के कारण जाते हुए शून्य साकेतपुरी हो गई उत्सवरहित छणवज्जिया तइया अव्यय उस समय 1. नलाग पाया जाता। हम प्राकत कभी-कभी ततीया विभक्ति के स्थान पर सप्तमी विभक्ति का प्रयोग पाया जाता व्याकरण 3-135) 256 प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002691
Book TitlePrakrit Gadya Padya Saurabh Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2009
Total Pages384
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size10 MB
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