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अकारान्त पुल्लिंग सर्वनामों सर्व सव्व आदि से परे जस् (प्रथमा बहुवचन के प्रत्यय) के स्थान पर डेए होता है ।
सव्व (पु.) - ( सब्व + जस् ) = (सव्व + ए ) = सब्वे
इसी प्रकार
त (वह) (पु.)- ते
ज (जो) (पु.) – जे
क (कौन) (पु.) के
एत (यह ) (पु.)- एते / एए
इम (यह) (पु.) – इमे
अन्न (अन्य ) ( पु . ) श्रन्ने
58. ङ: स्सि- म्मि-त्थाः
5/59
ङ: स्सिम्मि-स्था: ङ: (ङि ) 6 / 1 [ (स्सि) - (स्मि ) - (त्थ) 1 / 31 (सर्वनामों में) ङि के स्थान पर स्सि, म्मि और स्थ (होते हैं) ।
(प्रथमा बहुवचन)
(प्रथमा बहुवचन)
(प्रथमा बहुवचन)
(प्रथमा बहुवचन)
(प्रथमा बहुवचन)
(प्रथमा बहुवचन)
अकारान्त पुल्लिंग सर्वनामों सर्व सव्व आदि से परे ङि (सप्तमी एकवचन के प्रत्यय) के स्थान पर स्सि, म्मि और त्थ होते हैं ।
(प्रथमा बहुवचन)
सव्व (पु.) - (सब्व + ङि) = (सव्व + स्सि, म्मि, त्थ) = सव्वस्ति, सव्वम्मि, सव्वत्थ (सप्तमी एकवचन )
इसी प्रकार
त (वह) (पु.) - तस्सि, तम्मि, तत्थ
ज (जो) (पु.) - जस्सि, जम्मि, जत्थ
क ( कौन) (पु.) - कस्सि, कम्मि, कत्थ एत (यह ) (पु.)- एतस्सि, एम्मि, एतत्थ इम (यह ) ( पु . ) - इमस्सि, इमम्मि इमत्थ अन्न (अन्य ) (पु.) - अन्नस्सि, अन्नम्मि, अन्नत्थ
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(सप्तमी एकवचन)
(सप्तमी एकवचन )
(सप्तमी एकवचन ) (सप्तमी एकवचन)
(सप्तमी एकवचन )
( सप्तमी एकवचन )
[ प्रोढ प्राकृत रचना सौरभ
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