________________
(5)
(6)
(7)
मज
प्रम्ह
(मज्झ) 1/1 (अम्ह) 1/1 (अम्ह) 1/1 (ङस) 3/1
परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण भूभृत्
प्रम्ह
ङ.सा
मझ
अम्ह अम्ह अम्हे अम्हो प्रम्हाण ममारण महाग मझारण
(णे) 1/1 (णो) 1/1 (मज्झ) 1/1 (अम्ह) 1/1 (प्रम्ह) 1/1 (अम्हे) 1/1 (अम्हो ) 1/1 (अम्हारण) 1/1 (ममाण) 1/1 (महाण) 1/1 (मज्झारण) 1/1 (ग्राम्) 3/1
परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण
प्रामा
भूभृत् -
मि
मइ ममाइ
(मि) 1/1 (मइ) 1/1 (म माइ) 1/1 (मए) 1/1 (मे) 1/1 (ङि) 3/1
परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण
मए
डिना
हरि
अम्ह मम
मह
(ग्रम्ह) (मम) (मह) (मज्झ) 1/3 (ङि) 7/1
मज्झा :
राम
ङो
हरि
प्रौढ प्राकृत रचना सौरम ]
Xxxxviii
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org