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(3)
मुः स्यादी [(सि) + (आदी)]
मात्र
वा
[ ( म्मी ) + (य) + (इस्रो)]
युष्मदस्तं तं तुवं तुह तुमं सिना (( युष्मदः) + (त)]
भे तुभे तुज्भ तुम्ह तुम्हे उन्हे जसा
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1
5, 2
14
[ प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ
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