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प्रथमा
द्वितीया तृतीया चतुर्थी व षष्ठी
पंचमी
तीनों लिंगों में-तुम्ह (तुम) एकवचन तं, तुं, तुमं, तुवं, तुह (3/90) तं, तुं, तुम, तुवं, तुह, तुमे, तुए (3/92) तुम, तइ, तए, तुमइ, तुमाइ, तुमे, तुमए, भे, दि, दे, ते (3/94) तइ, तुव, तुम, तुह, तुह, तुम्ह, तुमे, तुमो, तुमाइ, तुम, उन्म, उय्ह, दि, दे, इ, ए, तु, ते (3/99) तुम्ह, तुज्झ, उम्ह, उज्झ (3/104, 3/991) तइत्तो, तईमो, तई उ, तईहितो, . तुवत्तो, तुवानो, तुवाउ, तुवाहि, तुवाहितो, तुवा तुमत्तो, तुमाओ, तुमाउ, तुमाहि, तुमाहितो, तुमा, तुहत्तो, तुहाभो, तुहाउ, तुहाहि, तुहाहितो, तुहा, तुब्भत्तो, तुब्भाप्रो, तुब्भाउ, तुबमाहि, तुभाहितो, तुम्मा (3/96, 3/8, 3/12), तुम्ह, तुम, तहितो (3197), तुम्हत्तो, तुम्हानो, तुम्हाउ, तुम्हाहि, तुम्हाहितो, तुम्हा, तुज्झत्तो, तुज्झानो, तुज्झाउ, तुज्झाहि, तुज्झाहितो, तुज्झा (3/104), तईदो, तईदु, तुवादो, तुवादु, तुमादो, तुमादु, तुहादो, तुहादु, तुब्भादो, तुब्मादु, तुम्हादो, तुम्हादु, तुज्झादो, तुज्झादु (3196, 3/8, 3/12) तइ, तए, तुमाइ, तुमए, तुमे (3/101), तुम्मि (3/102, 3159)2 तुवम्मि, तुमम्मि, तुहम्मि, तुब्भम्मि, तुस्सि, तुमस्सि, तुहस्सि, तुब्भस्सि, तुवत्थ, तुमत्थ, तुहत्थ, तुब्मत्थ (3/102, 3/59), तुवहिं, तुमहिं, तुहहिं, तुमहिं (3/102, 3/60), तुवे, तुमे, तुहे, तुब्भे (3/102, 3/11), तुम्हे, तुझे, तुम्हम्मि, तुज्झम्मि, तुम्हरिंस, तुज्झस्सि, तुम्हत्थ, तुज्झत्थ तुम्हहि, तुज्झहिं (3/104, 3/11, 3/59, 3/60)
सप्तमी
1. देखें हेम प्राकृत व्याकरण, सूत्र 3/99 की व्याख्या । 2. देखें हेम प्राकृत व्याकरण, सूत्र 3/59 की व्याख्या।
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। प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ
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