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प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी व
षष्ठी
पंचमी
सप्तमी
114 ]
एकवचन
ग्रह (3/87), (3/88)
अमुं (3/124, 3/5)
पुल्लिंग -- श्रमु ( वह)
मुणा (3/24)
яg (3/124, 3/10), अमुणो (3 / 23 )
मुणो (3/23), प्रमुत्तो, श्रो, मूउ, अमूहितो (3/124, 3/8, 3/12,
3/126, 3/127), श्रमूदो, मृदु ( 3 / 124, 3/8)
अम्मि इमम्मि (3/89), fTM (3/124, 3/11),
प्रमुह,
श्रमसि
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बहुवचन
मउ, अम (3/20), मुणो (3/22), श्रमवो (3 / 21 )
अमू ( 3 / 124, 3/4, 3/12),
मुणो (3/22),
अम्मू (3/18)
अमूहि, प्रमूहि अमूहिं ( 3 / 124, 3/7, 3/16)
?
अमूग ( 3 / 124, 3/6, 3/12), मूणं (1 / 27 )
प्रमुत्तो, श्रम, अमूउ, अमूहितो, असुंतो (3 / 124, 3 / 9, 3/16, 3/127)
gat, gg (3/124, 3/9)
अमूसु (3/16), श्रमूसुं (1/27)
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[ प्रौढ प्राकृत रचना सौरम
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