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प्रथमा
द्वतीया
प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी व
षष्ठी
पंचमी
सप्तमी
सम्बोधन
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कत्तु (उकारान्त से भिन्न रूप )
बहुवचन
एकवचन
कत्ता (3/48)
कतारं (3/45, 3/5 )
कत्तु (उकारान्त की तरह रूप)
बहुवचन
कतउ, कत्तो (3/20),
कस्तवो (3 / 21),
कत्तुरो (3/22),
कत्तू ( 3 / 124, 3/4, 3/12)
एकवचन
कत्तुणा (3/24)
कत्तुरो (3/23), कत्तुस्स (3 / 124, 3 / 10 )
कत्तुणो (3 / 23 ), कत्तुत्तो, कस्तू, कत्तूर, कस्तूहितो
(3/124, 3/8, 3/12) कत्तूदो, कस्तूg ( 3 / 124, 3/8)
कत्तू (3/18),
कत्तुणो (3/22)
तु, हे कत्तु (3/38)
कत्तूहि, कत्तूहि, कत्तूहिं (3/124, 3/7, 3/16)
कत्तूण ( 3 / 124, 3/6, 3/12), कत्तूर्णं (1 / 27)
कत्तुसो, कन्तु, कत्तूर, कस्तूहितो, कस्तूतो
(3/124, 3/9, 3/16),
कत्तूदो, कस्तूदु ( 3 / 124, 3/9)
कत्तुम्मि(3/124, 3/11, 3 / 129) कत्तूसु ( 3/16),
तुम्हि कत्तुसि
कत्तूसुं (1/27)
हेत, हे करतो, हे कत्तवो, तु, हे तू (4/448)
[ प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ
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