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ईकारान्त स्त्रीलिंग-लच्छी
एकवचन
बहुवचन
प्रथमा
लच्छी (3/19), लच्छीया (3/28)
लच्छीउ, लच्छीरो (3/27), लच्छीमा (3/28), लच्छी (3/124, 3/4)
द्वितीया
तृतीया
लच्छि (3/124, 3/5, 3/36) लच्छीउ, लच्छी प्रो (3/27),
लच्छी ग्रा (3/28),
लच्छी (3/18) लच्छीग्र, लच्छीया, लच्छीइ, लच्छी हि, लच्छीहि, लच्छी हि लच्छीए (3/29)
(3/124, 3/7, 3/16) लच्छीअ, लच्छीपा, लच्छीइ, लच्छीण (3/124, 3/6), लच्छीए (3/29)
लच्छीणं (1/27)
चतुर्थी व षष्ठी
पंचमी
लच्छीअ, लच्छीमा, लच्छीइ, लच्छित्तो, लच्छीग्रो, लच्छीउ, लच्छीए (3/29)
लच्छीहितो, लच्छीसुतो लच्छित्तो, लच्छीरो, लच्छीउ, (3/124, 3/9, 3/16, 3/127), लच्छीहितो (3/124, 3/8, लच्छीदो, लच्छीदु (3/124, 3/9) 3/126, 3/127) लच्छोदो, लच्छोदु (3/124,3/8)
सप्तमी
लच्छीअ, लच्छीपा, लच्छीइ, लच्छीए (3/29)
लच्छीसु (3/16), लच्छीसुं (1/27)
सम्बोधन
हे लच्छि (0/42)
हे लच्छी, हे लच्छीउ, हे लच्छीरो, हे लच्छीमा (4/448)
प्रौढ प्राकृत रचना सौरम ]
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