________________
= धन बढ़ेगा।
धण
वड्ढेसइ/वड्ढेसए वड्ढिहिइ/वड्ढिहिए
धणा
कमलु/कमल/कमला = प्रथमा एकवचन (अकारान्त नपुंसकलिंग)। अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'कमल' के प्रथमा एकवचन में 'उ', '0', '0'-आ प्रत्यय लगे हैं। उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं। कर्तृवाच्य में कर्ता में प्रथमा होती है। उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं। उपर्युक्त क्रियाओं के साथ जो क्रिया-रूप काम में आया है, वह 'अन्य पुरुष एकवचन' का है। कर्तृवाच्य में प्रयुक्त संज्ञाओं के साथ 'अन्य पुरुष सर्वनाम' की क्रिया काम में आती है। यहाँ संज्ञा एकवचन में है, अत: क्रिया भी एकवचन की ही लगी है।
59
अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org