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भविष्यत्काल (एकवचन)
प्रथमा (एकवचन) नरिंदु नरिंदो ।
हसेसइ/हसेसए नरिंद हसिहिइ/हसिहिए
= राजा हँसेगा।
नरिंदा
बालउ बालओ बालअ
= बालक जागेगा।
जग्गेसइ/जग्गेसए जग्गिहिइ/जग्गिहिए
बालआ
नरिंदु/नरिंदो/नरिंद/नरिंदा = प्रथमा एकवचन (अकारान्त पुल्लिंग)। अकारान्त पुल्लिंग शब्द 'नरिंद' में 'उ', 'ओ', '0', '0' - आ प्रत्यय प्रथमा के एकवचन में लगे हैं। उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं। कर्तृवाच्य में कर्ता (व्यक्ति, वस्तु आदि) में प्रथमा होती है। उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं। उपर्युक्त संज्ञाओं के साथ जो क्रियारूप काम में आया है वह 'अन्य पुरुष एकवचन' का है। कर्तृवाच्य में प्रयुक्त संज्ञाओं के साथ अन्य पुरुष सर्वनाम' की क्रिया काम में आती है। यहाँ संज्ञा एकवचन में है अत: क्रिया भी एकवचन की ही लगी है।
अपभ्रंश रचना सौरभ
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