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प्रथमा एकवचन
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पुल्लिंग
देव - अ 0 0+आ अ-उ अ-ओ
हरि - इ 0 0-ई
गामणी - ई 0 0-
साहु - उ 0 -ऊ
सयंभू - ऊ 0 -उ
0→आ
0-3
0
नपुंसकलिंग
कमल-अ
उ
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0 0-आ
-ई
0-ऊ
अ-उ
अन्त्य
'अ'-उं
स्त्रीलिंग
कहा- अ
बहू - ऊ
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अपभ्रंश रचना सौरभ
0 0-अ
मइ-इ
लच्छी - ई घेणु - उ 0000
0-ई -इ -ऊ 0+उ
tr
0+उ