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________________ ४५ सेकेण्ड फल दिया है, यहां अभीष्ट अक्षांश २५०।३०' है अतः २५ और २६ अंश अक्षांशवाले १२ अंश के क्रान्ति के कोठों का अन्तर किया ३२१४८-२६ अंश अक्षांश का फल २२।४५-२५ अंश अक्षांश का फल ११३ इस मिनटादि अन्तर के सेकेण्ड बनाये १x६० = ६० + ३= ६३ सेकेण्ड । यह अनुपात किया कि ६० कला का फल ६३ सेकेण्ड है तो ३० कला का कितना? .:. ६३ x ३० 1: 3 = ३१३ २२।४५ ३१३ से. इसे २५ अंश अक्षांश के फल में जोड़ा तो- ०३१ २३।१६ यहाँ २३।१६ फल अंश क्रान्ति का आया है; किन्तु १२।५४ का निकालने के लिए क्रिया की २४१४३-१३ अंश क्रान्ति के कोठे का फल २२।४५-१२ अंश क्रान्ति के कोठे का फल ११५८ मिनटादि फल एक अंश का १४.६० = ६० + ५८ = ११८ सेकेण्ड अनुपात किया कि ६० कला का फल ११८ सेकेण्ड है तो ५४ कला का कितना ? .:. ११८४५४५३११०६१ सेकेण्ड ६० १०६ से. = १ मिनट ४६ सेकेण्ड, पहलेवाले फल में जोड़ा तो २३।१६ १४६ २५।२;= २५ मिनट २ सेकेण्ड फल को उत्तरा क्रान्ति होने के कारण ६ घण्टे में जोड़ा तो-६ । ० । ० २५ । २. ६ । २५ । २ सूर्यास्त का समय अर्थात ६ बजकर २५ मिनट २ सेकेण्ड पर आरा में सूर्यास्त होगा। इसे १२ घण्टे में से घटाया- १२ । ० । . ६ ॥२५ । २. १२ सूर्यास्त काल ६ । २५ । २ सूर्यास्त x ५ = ३२ घटी ५ पल ५ ।३४ १५८ १० विपल दिनमान आरा नगर का हुआ (६० । ० । ०-३२ । ५ । १०) = २७ । ५४ । ५० रात्रिमान आरा का। द्वितीयाध्याय १२९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002676
Book TitleBharatiya Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1981
Total Pages562
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Jyotish
File Size22 MB
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