SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 10
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २१५ २१७ २२० २२१ सप्तमांश साधन और उसका चन्द्रमा की दशा के नौ प्रत्यन्तर २०८ उदाहरण १८४ मंगल की दशा के नो प्रत्यन्तर २०९ नवमांश साधन और उसका उदाहरण १८५ राहु की दशा के नौ प्रत्यन्तर २११ दशमांश साधन और उदाहरण १८७ बृहस्पति की दशा के नौ प्रत्यन्तर २१२ द्वादशांश साधन और उसका शनि की दशा के नौ प्रत्यन्तर २१४ उदाहरण बुध की दशा के नौ प्रत्यन्तर षोडशांश साधन और उसका केतु की दशा के नौ प्रत्यन्तर उदाहरण शुक्र की दशा के नौ प्रत्यन्तर २१८ त्रिंशांश साधन और उसका अष्टोत्तरी दशा विचार उदाहरण अष्टोत्तरी दशा चक्र षष्ठ्यंश साधन और उसका उदाहरण १९२ अष्टोत्तरी अन्तर्दशा साधन २२२ ग्रहों का निसर्ग मैत्री विचार अष्टोत्तरी के सूर्यादि अन्तर्दशा चक्र २२२ तात्कालिक मैत्री विचार १९६ योगिनी दशा साधन २२३ पंचधा मैत्री विचार योगिनी दशा चक्र २२४ पारिजातादि विचार १९७ योगिनी अन्तर्दशा साधन और चक्र २२५ कारकांशकुण्डली बनाने की विधि बलविचार २२. और उदाहरण उच्चबलसाधन २२७ स्वांशकुण्डली निर्माण की विधि उच्च-नीच राश्यंशबोधक चक्र २२८ और उदाहरण युग्मायुग्मबल साधन २२८ दशा विचार केन्द्रादिबल साधन २२९ विंशोत्तरी दशा निकालने की द्रेष्काणबल साधन २३० विधि और उदाहरण सप्तवगंबल साधन २३० विंशोत्तरी दशा साधन निकालने की दिग्बल साधन और उदाहरण विधि और उदाहरण १९९ कालबलसाधन २३२ विंशोत्तरी दशा चक्र नतोन्नतबलसाधन २३२ अन्तर्दशा निकालने की विधि और पक्षबलसाधन २३३ उदाहरण दिवारात्रि त्र्यंशबल साधन २३४ चन्द्रमा की अन्तर्दशा में नौ ग्रहों की वर्षेशादिबल साधन २३४ अन्तर्दशा २०२ कलियुगाद्यहर्गण साधन २३४ सूर्यादि नौ ग्रहों के अन्तर्दशा चक्र २०३ दिनेश साधन २३५ जन्मपत्री में अन्तर्दशा लिखने की विधि कालहोरेश साधन . और उदाहरण २०४ अयनबल साधन । प्रत्यन्तर दशा विचार २०६ तीन राशि ९० अंशों की भुजा का सूर्य की दशा के नौ प्रत्यन्तर २०६ ध्रुवांक चक्र १९८ २३१ २०१ २ . له س २३६ [२] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002676
Book TitleBharatiya Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1981
Total Pages562
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Jyotish
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy