________________
xxvi
5.
6.
असत् के उत्पादन का अभाव
मस्तिष्क चैतन्य के प्रयोग का हेतु, किन्तु मूल नहीं
7.
पूर्वाभ्यास की स्मृति
पृथ्वी आदि में चेतना की सिद्धि
त्रस प्राणियों में चेतना की सिद्धि
रक्त प्राणशक्ति का अनुगामी किन्तु चैतन्य का मूल नहीं
१८७
8.
आत्म- अस्तित्व का हेतु प्रेत्य का सद्भाव
१८८
9. पुनर्जन्म के सद्भाव का कारण- चैतसिक आग्रह१८९
10.
11.
12.
प्रशस्ति - श्लोकाः
परिशिष्ट
Jain Education International
भिक्षुन्यायकर्णिका
For Private & Personal Use Only
१८४
१८६
१९०
- १९१
१९३
१९५
२०४
www.jainelibrary.org