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आदर्श जीवन ।
दः मुनिचरणोंकादास-वल्लभविजय । है. इसमें जिन महात्माओंने सम्मति दी उनके नाम और सम्मतियाँ भी यहाँ उद्धृत कर दिये जाते हैं।
(१) ऊपरका लिखा अति-उत्तम है । इस लिए सर्व मुनियोंको एकत्र होना मुनासिब है । हम आवेगें वास्ते तुम भी जरूर आवो।
कमलविजय द० खुद । (२) सर्व स्वसमुदायके मुनियोंका एक जगह मिलना अच्छा है । फायदा दिखलाता है । हम भी हाजिर होवेगें।
दः वीरविजय । (३) मुनि सम्मेलनकी खास आवश्यकता है। उसमें अनेक लाभ गर्भित हैं। इस लिए उस प्रसंगपर हाजिर होनेको हम भी खुशी हैं।
लि० हंसविजय ।। (४) मुनि संपतविजय, ऊपर लिखे अनुसार ठीक है । .. (५) मुनि श्रीवल्लभविजयजी महाराजके लिखे माफिक मुनिमंडलका सम्मेलन होनेमें अनेक लाभ गर्भित हैं। इस लिए सम्मेलन होनेकी खास जरूरत है । ऐसा हम अन्तःकरण पूर्वक चाहते हैं और उस अवसर पर हम आनेमें खुश हैं। मुनिमंडलके सम्मेलनके लिए डभोई विशेष अनुकूल होगी, ऐसा हमें मालूम होता है। यदि बड़ोदेमें होगा तो भी हमें कोई बाधा नहीं है।
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