________________
भूमिका
प्रास्ताविक, संधिकाव्य : स्वरूप, उद्भव अने विकास, विषय-वस्तु अने मूल स्रोत, कर्तृत्व अने रचना - समय, छंदोविधान, प्रति-परिचय, उपसंहार.
मूळ पाठ
(१) रिसह - पारणय- संधि
( २ ) वीरजिण - पारणय- संधि
(३) गयसुउमाल - संधि
Jain Education International
(४) सालिभद्द - संघि (५) अवंतिसुकुमाल - संधि
(६) मयणरेहा - संधि
(७) अणाहि - संधि
(८) जीवाणुस - संधि
( ९ ) नमयासुंदरि - संधि
(१०) चउरंग - भावण - संधि
(११) आणंद - सावय- संधि
(१२) अंतरंग - संधि (१३) केसी - गोयम-संधि (१४) भावणा - संधि
(१५) सील-संधि
(१६) उवहाण - संधि
(१७) हेमतिलयसूरि - संधि
(१८) तव - संधि
(१९) अणाहि - महरिसि - संधि
(२०) उवएस - संधि
शब्दकोष शुद्धिपत्र
अनुक्रम
For Private & Personal Use Only
१ - १४
१-१२०
१-८
९-१९
२०-२९
२८-३६
३७-४२
४३-४७
४८-५०
५१-५२
५३-५८
५९-६४
६५-७१
७२-८२
८३-८९
९०-९५
९६-९८
९९-१००
१०१-१०४
१०५-१०९
११०-११७
११८-१२०
१२१-१३२ १३३-१३६.
www.jainelibrary.org