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भूमिका
संधि-१०
श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञान मंदिर, पाटणन नं. ३२०२ नी कागळनी एक मात्र प्रत्ति परथी आ संधि संपादित करेल छे. अनुमाने १६ मो सदीनी, २५.५४१०.५ से. मी. मापना १५ पत्रोनी प्रतिमां नीचे मुजबनी रचनाओ लखायेल छे(१) चतुरंग संधि
पत्र- १अ-३ (२) भावना संधि
पत्र ३ब-६अ. (३) अपूर्ण प्राकृत स्तोत्र पत्र ६ अ-ब (पत्र ७-८ खूटे छे) (४) प्राकृत श्रीकवच, अपूर्ण पत्र ९ अ-१० ब (५) अंतरंग संघि पत्र १० ब-१५ अ (जुओ संधि नं. १२) (६) अपूर्ण प्राकृत स्तुति पत्र १५ अ-१५ ब
आ संधिनी एक ताडपत्रीय प्रति शांतिनाथ ताडपत्रीय ज्ञान भंडार, खंभातमा छे. ते अनुमाने वि. सं. १३५० पूर्वनी छे. परन्तु ते प्रति मेळववी मुश्केल होई उपरोक्त कागळनी प्रति परथी संपादन करवामां आवेल छे. संधि-११ A. ला. द. भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिरना पुण्यविजयजो संग्रहनो नं. १२८६ नी कागळनी प्रति. पत्रो-७९थी १००, माय-२७.५४११.५ से. मी., लेखन संवत-१४८६ (ई.स. १४३०)प्रति खंडित होवा छतां तेमां चार संधिओ होवाने कारणे अने प्राचीन होवाने कारणे महत्त्वपूर्ण छे. तेमां नीचे मुजब कृतिओ छे
(१) आर्द्रकुमार विवाहलऊ - अपूर्ण पत्र-७९ सुधी (२) अजितशांति नमस्कार
पत्र ७९-८० (३) शीलसंधि
पत्र ८०-८१ (४) आनंद संधि
पत्र ८१-८३ (५) केशीगौतम संधि
पत्र ८४-८५ (६) अज्ञातकृत अनाथि संधि
पत्र ८५-८७ (७) पुष्पमाला प्रकरण
पत्र ८७-१०० (८) प्रश्नोत्तर-रत्नमालिका
पत्र १००-अपूर्ण B. हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञान मन्दिर, पाटणनी कागळनी प्रति, नं. ९०३२, लेखन-समय अनुमाने १६ मी शताब्दी. २५.५४११ से.मी. ना मापना ७ पत्रोमां नीचे मुजब कृतिमो छ(१) केसी-गोयम संधि
पत्र १ अ-२ ब (२) अनाथि अध्ययन
पत्र २ ब-४ अ (३) उपदेश संधि
पत्र ४ अ-४ ब (४) आनंद संधि
पत्र ४ ब-७ अ संधि-१२ A. तपगच्छ भंडार, पाटण नी ताडपत्रीय प्रति नं.१६ मा पत्र- १ थी १२ पर 'आ संधि लखायेल छे. ला. द. भारतीय संस्कृति विद्यामंदिरमा तेनी माइक्रोफिल्म नकल छे, जेनो नं.हे.
यो पत्र भी २२ घर आ जनि न. १.
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