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________________ शोलोंपदेशमाला-बालावबोध मेरुसुंदर उपाध्याय तेमना रचेला बालावबोधोने कारणे प्रसिद्ध छे. अत्यार सुधीमां तेमना रचेला चौद जेटला बालावबोध जाणवा मळेल'. शीलो. बाला० नी हस्तप्रतोनी शोध करतां अमने तेमना रचेल बे वधु बालावबोधनी जाण थई छे-एक धर्मदासगणिनी उपदेशमाला परनो अने बीजो छे नंदिषेण-कृत अजितशांतिस्तवन उपरनो. प्रथम बालावबोधनी प्रत रोयल एशियाटीक सोसायटीनी मुंबई शाखानी लायब्ररीमा छे२ अने बीजानी प्रतो पाटणना हेमचन्द्राचार्य ज्ञानमंदिरमां तथा अमदावादना ला. द. विद्यामंदिरना संग्रहमा छे". आ रीते अत्यार सुधीमां कुल सोळ बालावबोध तेमना रचेला उपलब्ध थाय छे. ते बधानी विगते सूचि नीचे आपी छेक्रम कृति रचना-संवत विशेष नोंध १. शत्रुजय-स्तवन बालावबोध १५१८ अप्रकाशित २. पुष्पमाला-प्रकरण १५२३ ३ षडावश्यक-प्रकरण आ तथा पछीना बे बाला ४. शीलोपदेशमाला नी रचना मंडप दुर्गमां थई छे. ५. षष्टिशतक-प्रकरण १५२७ प्रकाशित ६. कर्पूरप्रकर-स्तोत्र १५३१ अप्रकाशित ७. वाग्भटालंकार १५३५ प्रकाशित ८. भक्तामर-स्तोत्र अज्ञात अप्रकाशित ९. भावारिवारण-स्तोत्र " १.. कल्प-प्रकरण ११. पंचनिग्रंथी-प्रकरण १२. योगशास्त्र १३. विदग्धमुखमंडन १४. वृत्तरत्नाकर १५. उपदेशमाला १६. अजितशांतिस्तवन , वओ, भा० १, पृ०६०१-२, भाग-३, पृ. १५८२-८५ तथा डो. भो. ज. सांडेसरा संपादित षष्टिशतक प्रकरण, प्रस्तावना पृ. १५-१६. २. Descriptive Catalogue of Sanskrit and Prakrit Manuscripts in the Library of the Bombay Branch of the Royal Asiatic Society, Bombay, Vols. iii-lv, 1930, p. 404 (Ms. n. 1570) 3. Catalogue of Manuscripts in Shri Hemachandracharya Jain Jnanamandira, Patan, Part. 1, 1972 p. 563 (Ms. no. 12969) and p. 564 (Ms no 12994). ४. ला. द. भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर, अमदावादना पुन्यविजयजी आदि संग्रहमा हस्तप्रत क्रमांक-२२०४०. ५. षष्टिशतक-प्रकरण, संपा० डो. भो. ज. सांडेसरा, प्राचीन गुर्जर ग्रंथमाला, म. स. युनि०, वडोदरा, १९५३. ६. वाग्भटालंकार, संपा० प्रका० उपर मुजब, १९७५. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002655
Book TitleSilopadesamala Balavbodh
Original Sutra AuthorMerusundar Gani
AuthorH C Bhayani, R M Shah, Gitaben
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1980
Total Pages234
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size14 MB
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