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Vasudevahindi: Majjhima-khanda
266 -कतारूव (?)
कता(?)स्व267 कप्पकाम-पयत्त
कप्पका(? दु)म-पयत्त(?त्तय)26 13 -कलि
-कलि(? डि)26 17. सरासुवे। (१)
सरासुवा(? वासवा) 26.25 साहति ।
साहति [त्ति । 28 19 त्ति
ति (?) 2824 भणित स्थ मदणवेगाउ . भाणता? तेत्थ मदणवेगाउ(१९) 295 पहणत्ति(?) ति ।
पहणत्ति(ति) ति?त्ति)। 29.10 -गंभीरासन्न
-गंभीरा(? र)-[प]मन्न29 13 -सेवाणवह
The reading सोवाणवध is preferable. 30.1 -सुसिर(?)
-सुसिर(१सिसुमार)304 -सुभगाहिं य संचरिउ इव सरा, सुभगाहिय-सचरिउह(?)-व ११)सरे। 30.20 आढत्ता तम्मि...
The verb for 'coming' seems to
be missing after 2916TIL. 32.5 तेलोक्क......... लक्ख' तेलेोक्क-वीसरत-तीय[य] वि रतिलक्ख 32.10 -साह(?)नगुलीएम
-साहन (?)गुलीएसु 32.14 संगण
संगेण =Sk. स्वाङगेन 33.1 पुच्छियातो
Possibly to be emended as पुच्छियाइतो (i. e. पुच्छियाइओ), which is past active participle occurring in Haribhadra's 271937*-fe and
a few other texts. 33.11 देवीए पुत्!
देवीए [दा] पुरा. 33 12 भरद्दायस्स [.........] The text is defective. We require
here something like भरद्दायस्स सत्ता कन्नगाओ । हेमजसे वायुपधेण विनाहर
राइणा 33.16 मतिदुक्कर परि०
म िदुकर ति] परि० 34.1 दिन्नासु व ?
दिन्नासु [न] व? 34.1 अरडिंभ.
अ(१ )रडिंभल 34 18 वलिं एगंगयाई(१) .. वलिं-cf. बले [PV. 2.185]
एगंगयाई = Sk एकत्रगतानि 35.2 अप्पिएण
अप्पिएण (१)
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