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________________ ७२६ प्राचीन मध्यकालीन साहित्यसंग्रह पेर १५१.९ वृक्ष ? प्रवाल ६५.२८ परवाळां (सं.) पेसकसी २६९.२७ नजराणुं, भेट प्रवाल ६५.२९ कुंपळ (सं.) पेहिड-१६५.११ दूर हटवू, धोखो देवो (रा. | प्रह २१४.१९ प्रभात, सवार पहिडणौ) प्राकार ५७.२५ गढ, कोट -- १२०.२२ पासे प्राण २५३.२३ बळ, जोर पोढा १९८.२२ उत्तम, प्रगल्भ, पुष्ट ? प्राण ३.२१, ३.२५ बळ, जोर १६९९ पराणे पोढो १६४.१८ मोटो (सं. प्रौढ) जोरथी पोत १६२.१ भंडार, सिलक (सं.) प्रातिहारिज ७५.४ देवकृत पूजाविशेष (सं. पोत-२१.२६ पहोंचवू प्रातिहार्य) पोल १९१.९ दरवाजो (सं. प्रतोलि) प्राम-२५८.१८ पाम, प्राप्त करवु (सं. प्राप्) पोल २४०.१२ शेरी प्रारथीयां ८०.५ विनंती करनार, याचना करनार पोलि ७.१९ दरवाजो (सं. प्रतोलि) प्राहुणउ ४.२१ परोणो, अतिथि (सं. प्राघूर्णक) पोल्य १६५.२३ दरवाजो (सं. प्रतोलि) प्रांत ३४.३० नीचुं, ऊतरतुं पोष १८१.१९ पोषण, पुष्टि प्रिउस-९९.१० पीरस, (सं. परिविष्) पोसाल २२१.१८ पौषधशाळा, उपाश्रय प्रीछव-८.१२ जणावq पोहत-८७.१४ पहोंचर्चा प्रीस-८८.१९ पीरस, (सं. परिविष्) पोहर ९८.२४ पहोर फगद १३८.३ पोहलपणे १६.८ विस्तारमा (सं. पृथुल-) फगफग-१११.१ पौष वार १७.२६ फटीक १६.११ स्फटिक रत्न प्याल ८७.११ फनि २७५.२४ नाग (सं. फणिन्) प्रजुन १२१.२६ प्रद्युम्न फरमाते १५१.१८ प्रजोग २१.१६ प्रबळ योग फरसी १५१.१७ वृक्ष ? प्रतक्ष १६४.१८ प्रत्यक्ष फरहर-२०.१२ फरफरवू प्रतिपाल ८.२ पाळनार (सं.) फरंगी २०.१० प्रतिबूझव-१७३.२३ प्रतिबोध आपवो फलही २२०.१ फलक, पाट (सं. फलहिका) प्रतिबोध-३८.११ उपदेश आपवो फल्गु २७२.१२ फाग रमवो ते प्रतिमा ३८.४ व्रत - फागुआ १३२.१४ फागना - वसंतोत्सवना प्रत्या २३०.१ परचो, प्रतीति (सं. प्रत्यय) फाल १६३.१७ फाळ, फलांग प्रत्या २५४.२५ पस्यो ? विश्वास ? (सं. प्रत्यय) फाली ६७.२३ साडी प्रदखिण २१६.४ प्रदक्षिणा फिरती २३८.५ मंदिर फरतो भाग, भमती प्रभ सीलका २०८.९ फुटरा ९८.८ फूटडा, सुंदर प्रमाण ३१.२१ माप (सं.) फुदडीयां ११०.१९ फूदडीनी भातवाळु वस्त्र प्रमेष्टी २१.२३ परमेष्ठी. परमेश्वरनो समदाय फुनि २७६.२४ वळी, फरीने प्रवहण २५०.२१ वहाण (सं.) फुर-२६८.१९ स्फुरवू, प्रगट थq प्रवाडि २१७.२५ परिपाटी, क्रम फुर-१३१.२८ स्फुर, प्रगटवू Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002640
Book TitlePrachin Madhyakalin Sahitya Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayant Kothari
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year2001
Total Pages762
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size11 MB
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