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पन्द्रह
सत्रह
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बीस
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प्रतिष्ठा प्रदीप
अनुक्रमणिका अनुक्रमांक
पृष्ठ अनुक्रमांक १. प्रस्तावना
नौ | २७.प्रतिष्ठा मुहूर्त २. आशीर्वाद
तेरह | २८. सिद्धियोग चक्र ३. इस ग्रन्थ की आवश्यकता
२९. अमृतसिद्धि योग चक्र ४. भूमिका
३०. सर्वार्थसिद्धि योग चक्र ५. प्रतिष्ठा में माता-पिता एवं
३१. त्याज्यसूर्य दग्धा तिथि शान्ति यज्ञ का इतिहास
३२. उत्पातादियोग चक्र ६. प्रकाशकीय
तेईस ३३. मंडप मुहूर्त ७. गोम्मटगिरि अतिशय क्षेत्र परिचय चौबीस ३४.प्रतिष्ठा में योग विशेष प्रथम भाग
३५. हवन का मुहूर्त मंदिर निर्माण
३६.राशि ज्ञान ६. खनन कार्य
| ३७.दिन का चौघड़िया मुहूर्त ७. सूर्य की राशि से खातचक्र
३८.रात्रि चौघडिया ८. खात मुहूर्त की सामग्री व विधि
३९. प्रतिष्ठोत्सव आमंत्रण पत्रिका ९. शिलान्यास
| ४०.प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम १०. जिनालय निर्माण मुहूर्त
| ४१. प्रतिमा प्रशस्ति ११. चैत्यालय
| ४२.प्रतिमा में मंत्र जप १२.प्रतिमा निर्माण
| ४३.प्रतिष्ठा सामग्री १३. कायोत्सर्ग प्रतिमा
| ४४.प्रतिष्ठा में उपयोगी यंत्र १४. पद्मासन प्रतिमा
४५.प्रतिष्ठा मंडप आदि का निर्माण १५. प्रतिमा निर्माण की विस्तृत विधि
४६. मंडप में शांतियज्ञ के लिए १६. अष्ट प्रातिहार्य, मुक्तिआसन व मूर्ति विशेषता ९ | ४७. मेरु की पांडुकशिला १७. प्रतिमा पाषाण के दोष
१० ४८. दीक्षा वृक्ष १८. प्रतिमा दोष से हानि
४९. समवसरण रचना १९. वेदी निर्माण
| ५०. सिद्ध क्षेत्र रचना व सिद्ध प्रतिमा २०. मानस्तम्भ और शिखर
५१. प्रतिष्ठा हेतु गुरुआज्ञालंभन २१. वर्तमान तीर्थंकरों का परिचय
प्रतिष्ठाचार्य से निवेदन २२. विदेह के तीर्थंकर
| ५२. मंगलाष्टक २३.पंच कल्याणक शुद्ध तिथि
१३ / ५३. पूजा विधि प्रारंभ २४.यज्ञनायक या प्रतिष्ठाकारक
१४ | ५४.नवदेव पूजा २५. प्रतिष्ठाचार्य के लक्षण
१४ / ५५. विनायक यंत्र पूजा २६. इन्द्र-इन्द्राणियाँ
१५ | ५६. शांतिजप विधि
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(पाँच)
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