________________
शिविर के मार्गदर्शन हेतु पधारे विद्वज्जन
दि.1जन से
श्रमण संस्कृति विद्या वढनट्रस्टइन्दौर शिक्षण-प्रशिक्षणाशावर जन तक
"आपका हार्दिक अभिनंदन है"
सर्वश्री पं. नाथूलाल जैन शास्त्री, इन्दौर; पं. दरबारीलाल कोठिया न्यायाचार्य, बीना; पं. नरेन्द्रप्रकाश, फरीदाबाद एवं पं. रमेशचन्द बांझल, इन्दौर
Jain Education International 2010_05
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org