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नमो नमः श्रीगुरु प्रेमलूरये ।
श्री पड़ावली समुच्चय
प्रथमो भाग:
सं. मुनिश्री दर्शनविजयः
-: प्रकाशक :
श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट
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