________________
७७८
आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन
[खण्ड:.
११८. हस्तिपाल जातक : ११६. हरिवंश पुराण : जिनसेन सूरि, सं० ५० पन्नालाल जैन, प्र. भारतीय ज्ञान पीठ,
काशी १६६३ १२०. त्रिषष्टिशलाका पुरुषचरित्रम् : आचार्य हेमचन्द्र प्र० जैन धर्म प्रसारक सभा, भाव
नगर, १६०६-१३ १२१. त्रिषष्टि शलाका पुरुष चरित्र : (गुजराती अनुवाद) (४ भाग) आचार्य हेमचन्द्र;
प्र० जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर १२२. ज्ञाता धर्म कथा :
____Jain Education International 2010_05
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org