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आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन
[खण्ड:३
अंगुलिमाल की करुणा मूढगर्भा का कष्ट-निवारण अर्हतों में एक कर्म-विपाक ध्यानरत, विमुक्ति-सुख, उद्गार
४२४ ४२४ ४२४
४२४
४२५
८. रामचरित : वशरथ जातक
४२७-४७५
रामचरित
४२६
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४३१
विवाह
४२८ श्रेणिक की जिज्ञासा : गौतम द्वारा उत्तर ४२८ सीता का पूर्वभव
४२८ मिथिला में जनक के घर कन्या एवं पुत्र का जन्म ४२८ पुत्र का अपहरण भामंडल सीता का जन्मोत्सव वर की खोज नारद की दुरभिसन्धि जनक का अपहरण विद्याधर चन्द्रगति द्वारा शर्त रामचन्द्र द्वारा धनुरायोपण : सीता के साथ
४३१ ससैन्य भामंडल का मिथिला की ओर प्रयाण : प्रत्यावर्तन भामंडल का राजतिलक
४३२ राम द्वारा भामंडल का स्वागत
४३३ कैकेयी द्वारा वरदान-पूर्ति की मांग
४३३ वरदान की कथा
४३४ राम का वनवास भरत द्वारा राम को वापस लौटने का असफल प्रयास जटायुध गीध लंकापति रावण
४४४ चन्द्रनखा पुत्र शोकाहता
४४५ राम पर विमुग्ध : निराशा खरदूषण द्वारा आक्रमण
४४६ रावण द्वारा सीता का हरण
४४६ सीता की खोज
४३२
४३५
४४५
४४७
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