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विषयानुक्रम
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कलेवर : स्वरूप
कुछ महत्वपूर्ण उल्लेख ओहनिज्जुत्ति ( ओघ नियुक्ति )
नाम : व्याख्या एक महत्वपूर्ण प्रसंग उपधि-निरूपण जिनकल्पी व स्थविर कल्पी के उपकरण साध्वी या प्रायिका के उपकरण
व्याख्या-साहित्य पक्खिय सुत्त . पाक्षिक-सूत्र ) खामणा सुत्त (क्षामणा-सूत्र ) वंदित्तु सुत्त इसिभासिय ( ऋषि भासित ) नन्दी तथा अनुयोगद्वार
नन्दी-सूत्र : रचयिता स्वरूप . विषय-वस्तु अनुयोग द्वार सप्त स्वर
महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रमाण-चर्चा दसपइण्णग ( दश प्रकोर्णक )
प्रकीर्णकों की परम्परा
प्राप्त प्रकीर्णक १. चउसरण ( चतु. शरण ) २. आउर-पच्चक्खाण (आतुर प्रत्याख्यान)
नाम : प्राशय : विषय ३, महापच्चवखाण ( महाप्रत्याख्यान )
नाम : अभिप्राय
विषय-वस्तु ४. भत्त-परिण्णा ( भक्त-परिज्ञा )
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