________________
५७६
[खण्ड : १
आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन
चित्र
पृ० ६२१ गुणरत्न (रयण) संवत्सर तप
को परिभाषा से सम्बन्धित
BERCE
180110110
विवादावा
00000000
ESR32RRBOR. KONDOOOOO33333
____Jain Education International 2010_05
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org