________________
इतिहास और परम्परा
विषयानुक्रमांक
xlvii
४४२
४४३
४४३ ४४४
४४४
४४४
४४५
४४. वैशाली में महामारी
समीक्षा ४५. नमो बुद्धस्स, नमो अरहन्तानं
समीक्षा ४६. निर्ग्रन्थों को दान
समीक्षा ४७. नालक परिव्राजक
समीक्षा ४८. जिन-श्रावकों के साथ
समीक्षा ४६. भद्रा कुण्डलकेशा
समीक्षा ५०. ज्योतिर्विद् निगण्ठ
समीक्षा ५१. धूलि-धूसरित निगण्ठ
४४५
४४६
४४६
४४७
४४७
४४८ ४४८
१८. प्राचार-प्रन्थ और आचार-संहिता (Code and Books of Discipline)
४४६-४७१
णिसीह
४४६
रचना-काल और रचयिता णिसीह शब्द का अभिप्राय मूल और विस्तार
४४६ ४५१ ४५२
४५२
विनय पिटक ऐतिहासिक-वृष्टि भाषा-विचार
४५५
विषय-समीक्षा
४५८
निशीथ के अब्रह्मचर्य-सम्बन्धी प्रायश्चित्त-विधान
४५८
४६१
४६४
विनय पिटक के अब्रह्मचर्य-सम्बन्धी प्रायश्चित्त-विधान
प्रायश्चित्त-विधि आचार-पक्ष दीक्षा-प्रसंग धर्म-संघ में स्त्रियों का स्थान
४६६
४६८ ४७०
____Jain Education International 2010_05
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org