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[ पट्टावली-पराग
६१ ज्ञानाचार्य
६२ भारणा ६४ जीवर्षि
६५ तेजराज ६७ जीवराज
७८ धनजी ७० मनजी
७१ नाथूरामाचार्य ७३ छित्तरमल
७४ राजाराम ७६ रामलाल
७७ फकीरचन्द ७६ सुमित्त
८० जिणचन्द ( २०११ में जिनचन्द्र ने यह पट्टावली बनाई )
६३ रूपाचार्य ६६ हरजी ६६ विस्सणायरियो ७२ लक्ष्मीचन्द्र ७५ उत्तमचन्द ७८ पुप्फभिक्खू
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