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परमाणुवाद
उद्जन बम संयोग का। इसमें हाइड्रोजन के परमाणु को हेलियम् के परमाणु में बदला जाता है । हाइड्रोजन पहला मौलिक तत्त्व है और हेलियम् दूसरा। हाइड्रोजन के एक परमाणु का तोल १.००८ होता है। अतः चार परमाणुओं का तोल ४.०३२ हुआ। किन्तु हेलियम परमाणु का तोल लगभग ४ ही रह जाता है । इसका तात्पर्य यह होता है कि हाइड्रोजन परमाणु से हेलियम् परमाणु बनने में .०३२ अर्थात् १.३० भाग शक्ति के रूप में बदल जाता है। उस शक्ति को ताप (Heat) के रूप में लें तो समझना चाहिए एक हाइड्रोजन के परमाणु से एक हीलियम् के परमाणु बनने में २७०० मन कोयले के जलने से जो ताप उत्पन्न होता है उसका ताप भी उसके बराबर होगा। इसी ताप शक्ति का समुदाईकरण हाइड्रोजन बम है ।
इस शक्ति के बारे में परमाणु-विभाजन के पहले भी पता लग चुका था। पर । हाइड्रोजन के चार परमाणुगों को मिला कर हेलियम् का परमाणु बनाने के लिए लाखों लाख अंश तापक्रम की आवश्यकता होती थी, और वैज्ञानिक' अपनी प्रयोगशाला में एक लाख डिग्री से भी बहुत कम तापक्रम उत्पन्न करने में समर्थ हुए। किन्तु जब एटम बम का विस्फोट होता है तो तापक्रम २ करोड़ डिग्री से भी अधिक उत्पन्न हो जाता है और उस तापक्रम पर हाइड्रोजन का हेलियम के रूप में परिवर्तित होना सम्भव हो जाता है । तात्पर्य यह हुअा हाइड्रोजन बम के विस्फोट में एटम बम दियासलाई का काम करता है । सच ही है एक बुराई अपने से बड़ी बुराई को जन्म देती है। परमाणु बम नहीं बना होता तो हाइड्रोजन बम की उत्पत्ति का कोई कारण नहीं था। किन्तु हमें तो यहाँ केवल पुद्गल के पूर्ण और गलन् धर्म का वैचित्र्य देखना है।
1. The highest tímperatures which could at that time be achieved in the laboratory were much less than 100,000 degrees centigrade, while for thermonuclear reactions a temperature of the order of millions of degrees is necessary. The situation changed, however, after the development of the atom bomb based on fusion. At the instant of the explosion the temperature reaches several million degrees, and although this lasts only an extremely short time it may be sufficient to initiate a fusion reaction. By its very nature such a reaction could only be utilized as an explosive, and such an arrangement is known as the hydrogen bomb.
- Atoms and the Universe, p. 107.
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