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________________ २९२ १७८ ३०३ ३१३ १९३ ३०७ खामेण मज्झेण खामेमि सव्व सत्ते खामेवि सव्व सत्ते खीणम्मि कुसलकम्मे खीणम्मि ताव कम्मे खीरमिव रायहंसो खीररयिस्स तरुणो खुहपमुहा अइतिव्वा खेत्ताइ हिरण्णाई खेयणिज्जेण विणागंधव्वसेण संपइ गंधेसु य भद्दय गंभीरनाहिकलियं गंभीर वा कररेह गंभीरारुण-सुहमा गंभीरुच्छलनयणा गच्छामि अहं पढमं गच्छेण सारिओ संतो गच्छो गणि व्व ओवास गज्जिय रवेण मारुय गतिस्तेन दत्ता मतिः गमणब्भत्थणकाले गम्मइ त्ति गइ गमणस्स गयगंडा जिवं काऊरिस गयगारवो पयंप गयगारवो सुरूवो गयघडविहडणनिवडिय गय जोव्वणा वि पुरिसा गयणगामिणि कामिणी गयणग्गलग्गसिहरग्ग गयणाउ पंचवण्णा गय नेहो मुहकडुओ गयमणुयसेयवसणस्स गय राग-दोस-मोहो गय रागो वि विराई ३१२ गयलक्खणे कूमारे १५२ गयवइगमणाबाला ११५ गयवसहहंससारय गयसण्ण कण्णधारा गययगोविसचडणं २०६ गरुए वि हु अणुराए ११४ गरुओ थणपब्भारो ३३७ गललंबिरमुंडमालाए २४८ गललंबिररुंडमुंड ६६ गह पीडउ संपय चलउ गहिऊण देसविरइं ३३७ गहिऊण समरसूरं ३१३ गहियासणानिसण्णा २७० गाढं कयत्थमाणं २७१ गाढंदोलण संजणिय २७१ गाममज्झेउ मज्झण्हे १४ गामे पविसंतस्सउ ६५ गायंतं नच्चंतं हसमाणं २७५ गायंतमहरगायणं २४३ गिण्हताण वणस्सई ८० गिण्हसु सत्थं सुमरेसु १९८ गिरिमुद्धरंति पतरंति १४८ गीयत्थगुरुअहिट्ठिय गुणगरुओ गुरुभाया ३२४ गुणदोसविसेसण्णु २६३ गुणरयणहारणं गुणरयणागरो जेसि गुणसंगेणं रहिओ २५२ गुणसायर तुह गुण गहणु ३०८ गुणसुट्ठियस्स अवितह ३२५ गुणिणो वि होंति विगुणा १ गुरुअणुरायपणोल्लिय २७२ गुरुकोवजलणजाला गुरुजंतमुक्कगोलय गुरुणा भणियं धण्णा २५४ गुरुमूले उवउत्तो २४८ ५९ गुरुमूले गहिऊणं २४७ २७२ गुरुविनयकरणकलिओ २४४ २८१ गुरुसेलनियंबपडि २३८ २७२ गोउरदुवारतोरण १७८ ८५ गोउरफलिहविसाल २७८ गोमयं कट्ठमंगारं ३०६ गोवाइऊण वसहि ८१ घणकढिणपीण २७८ घणकसिणमेहमुक्को घणकिसुयनवरंग २१२ घणघणछण्णं दळूण २४३ घणसण्हकसिण घणसारघुसिणचंदण घणसारागरुधूओ १९५ घरिणीए नहसेणो ३०७ घोडयमुहो व्व देवो घोलिज्जती अच्छा २७२ चइऊण बालियासुलह ७२ चउगइपहपाहुड २८२ २चउरो य दिग्विया भागा चंचलचित्तानियकज्ज १५० चंडाणिलविहुणिय चंदण तरु व्व सुयणा १५१ चंदणबाला सिरिदत्त ०६ चंदनिम्मलदेहदमसार ३३४ चंदरहिया पओसा चंदसिरिए भणियं चक्कहरामररिद्धि ३१५ चलइ ववहरइ कह सो 3चवणेसु जम्मणेसुं २७४ चितानंतरघडमाण २८४ ३२९ १. बृ० क० ३५२३ । बृ० क० २८३३ । ३२२ २.३० क० ३२६६ । ___ ९९ ३. संवे० ५९० । १७५ १४७ २ २ الله ७२ الله ل ل १२० २३८ or or U ry Voym m ل لل 0 0 Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002596
Book TitleManorama Kaha
Original Sutra AuthorVardhmansuri
AuthorRupendrakumar Pagariya
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1983
Total Pages402
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size11 MB
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