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आजसे करीब १८०० वर्ष पूर्व विक्रम की
तीसरी शताब्दि में हुए पूज्य आचार्यदेव
मानदेवसूरिंजी के पट्टधर
भक्तामर स्तोत्र रचयिता
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पूज्य आचार्यदेव
मानतुंगसूरीश्वरजी म.सा. के चरण में वंदना ...
હરિભદ્રસૂરિ યંત્ર
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