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भक्तामर यंत्र - १३
यद्र वासरे भवति पाण्डुपलाशकल्पम् ॥१३॥
112ucation International 2010_04
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सर्वजनवश्यं
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Bhaktamara Yantra - 13
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निःशेषनिर्जितजगत्रितयोपमानम् ।
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ऋद्धि - ॐ ह्रीँ अ णमो उजुमईणं । मंत्र - ॐ ह्रीँ श्रीँ हँ सः ह्रीँ ऐं ह्रीँ ह्रीँ द्राँ द्रौं द्रः मोहिनि सर्वजनवश्यं कुरु कुरु स्वाहा । प्रभाव - चोर चोरी नही कर पाते, मार्ग में कोई भय नही रहता, लक्ष्मी प्राप्त होती है ।
Acquiring wealth, preventing theft and avpiding fear on journeys.
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