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साधु पुरुष परमात्मा के स्वरूप का ध्यान कर
परमात्मा पद को प्राप्त कर लेते हैं।
मणिमंत्र का श्रद्धा पूर्वक स्मरण करके सर्प विष से प्रभावित व्यक्ति को साधारण जल पिलाने से पानी भी अमृत तुल्य हो जाता है।
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