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सर्पविष बाधा निवारक मन्त्र एवं यन्त्र मन्त्र : ॐ हीं नमो अर्हते सर्वविषहर-सर्वविषंविनाशकाय ऐं ही श्री खं
खः ॐ शं शं शं नमो नमः। प्रयोग-विधि : सर्वांग शुद्धि के पश्चात् श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के नवमी
श्लोक का पाठ २१ बार कर प्रभु पार्श्वनाथ का शुद्ध ध्यान करें। तदुपरान्त निम्नांकित यन्त्र की विधिवत् स्थापना, पूजा करें। स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण करके रेशमी आसन पर बैठकर उक्त मन्त्र का जप ११ माला का तीस दिन तक करने से जप-सिद्धि होती है। इस मन्त्र के प्रभाव से साँप, बिच्छू आदि सभी विष का विनाश होता. है। स्वस्थता एवं आनन्द-मंगल छा जाता है।
-यन्त्रम्ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
अर्हते
नमः
नमः
अर्हते
नमः
अर्हते
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्हते
नमः
नमः अर्हते
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be klai palh pulut HECE
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