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________________ राजस्थान श्री धनारी तीर्थ पेढ़ी : श्री परसोत्तमदास परमानन्दजी जैन पेढ़ी डाक घर-धनारी, व्हाया-सरूपगंज, जिला - सिरोही- 307 023 (राजस्थान) श्री नितोडा तीर्थ पेढ़ी : श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान कारखाना मु. पो. नितोडा, जि. सिरोही (राजस्थान) श्री कासीद्रा तीर्थ पेढ़ी : श्री शान्तिनाथ भगवान जैन देरासर पेढी कासींद्रा गाँव, मु. पो. भारजा ता. पिंडवाडा, जि. सिरोही श्री किंवरली तीर्थ पेढ़ी : श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन देरासर पेढी, डा. किंवरली, वाया आबूरोड, जि. सिरोही श्री देलदर तीर्थ पेढ़ी : श्री देलदर जैन संघ देलदर गाँव आबूरोड़ जिला सिरोही J102ucation International 2010_03 जैन तीर्थ परिचायिका मूलनायक : श्री पार्श्वनाथ भगवान, श्वेत वर्ण । मार्गदर्शन : यह तीर्थ स्वरूपगंज रेल्वे स्टेशन से 2 कि.मी. दूर स्थित है। जहाँ से आने के लिए टैक्सी, तांगा आदि का साधन है। बस, आबू-सिरोही मार्ग में मुख्य सड़क पर ठहरती है, जोकि यहाँ से लगभग 1 कि.मी. है। मन्दिर तक पक्की सड़क है, कार मन्दिर तक जा सकती है। परिचय : बनास नदी के किनारे बसे धनारी गाँव में पुरोहितों के मोहल्ले में बसा यह तीर्थ सं. 1348 से पूर्व का सिद्ध होता है। पूजा का समय प्रातः 7 से 12 तक का है। ठहरने की व्यवस्था : ठहरने के लिए कोई खास सुविधा नहीं है । साधारण धर्मशाला है। मूलनायक : श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान, श्वेतवर्ण । मार्गदर्शन : सरूपगंज रेल्वे स्टेशन से 5 कि.मी. तथा दियाणा तीर्थस्थान से 8 कि.मी. दूरी पर सरूपगंज-कालांद्री मार्ग पर यह तीर्थस्थान है । परिचय : यहाँ का बावन जिनालय मंदिर अति रमणीय है । यहाँ की श्री बावेश्वरजी यक्ष की प्रतिमा चमत्कारी है। उसके हाथों में कमण्डल, त्रिशूल, यज्ञसूत्र, नागपाश है तथा सिर पर श्री तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा है। अनेकों भक्त यहाँ दर्शनार्थ आकर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं । यहाँ पर ठहरने के लिये धर्मशाला है । मूलनायक : श्री शान्तिनाथ, श्वेतवर्ण । मार्गदर्शन : सिरोही-आबूरोड मार्ग पर आबू से यह स्थान 16 कि.मी. दूरी पर तथा भारजा से 25 कि.मी. दूर स्थित है । परिचय : यहाँ का बावन जिनालय मंदिर प्राचीन है । श्री शान्तिनाथ भगवान की परिकरयुक्त प्रतिमा अति ही मनोहर एवं भावात्मक है । ठहरने के लिये कोई सुविधा नहीं है। मूलनायक : श्री पार्श्वनाथ भगवान, श्वेतवर्ण । मार्गदर्शन : यह तीर्थ स्थान आबूरोड रेल्वे स्टेशन से 10 कि.मी. दूरी पर तथा पिण्डवाड़ा-आबू रोड मार्ग पर अमथला से डेढ़ कि.मी. दूरी पर स्थित है। परिचय : यहाँ की प्रभु प्रतिमा प्राचीन एवं कलापूर्ण है। अकसर लोग आबूरोड ठहरकर ही यहाँ आते हैं। मूलनायक : श्री महावीर भगवान, श्वेतवर्ण । मार्गदर्शन : आबू रोड से यह तीर्थ 11 कि.मी. दूर स्थित है। आबू रोड स्टेशन पर टैक्सी आदि की सुविधा उपलब्ध है। मंदिर तक कार व बस जा सकती है। परिचय : देलदर गाँव के मध्य स्थित इस मन्दिर में प्रभु प्रतिमा की कला अत्यन्त सुन्दर एवं आकर्षक है। ठहरने की व्यवस्था : वर्तमान में यहाँ ठहरने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। आबू रोड रुककर आना ही ठीक है। For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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