________________
[ ३६० ]
प्रकाशक या लेखक का नाम
सुमेरमल कोठारी, चुरु
ग्रन्थ का नाम (१७२) सरधा आचार री चौरई (१७३) सांख्य सूत्र (१७४) सूयगडांग (१७५) सूरपण्णत्तो (१७६) सेन प्रश्नोत्तर (१७७) स्याद्वाद मंजरी
जन विश्वभारती लाडण आगमोदय समिति, मेहसाना
परम श्रुत प्रभावक मंडल, अगास
श्रीमद् रामचन्द्र आश्रम
(१७८) हितोपदेश (१७६) हरिवंशपुराण (१८०) त्रिषष्ठि श्लाघापुरूषचरित्र
माणिक्यचन्द्र जैन ग्रन्थमाला, बम्बई
श्रीमती गंगाबाई जन
चेरिटेबल ट्रष्ट, बम्बई श्री रामकृष्ण पाश्रम, नागपुर श्री विश्वकल्याण प्रकाशन, मेहसाना परम श्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई
(१८१) शान योग (१५२) ज्ञान सार ११८३) ज्ञानार्णव (१८४) अथर्ववेद (१८५) सी, वी० ई० वो. (१८६) As your live it
डा. हर्मन जेकोबी
Shekespear's
Jain Education International 2010_03
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org