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________________ अभ्यास-19 ( * ) निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए | संज्ञा, कृदन्त एवं क्रियारूपों के सभी विकल्प लिखिए - 1. ऊँट बैठता है । 2. विमान उड़ें। 3. परीक्षा होवेगी । 4. कुत्ता भोंकता है । 5. कन्याएँ नाचीं । 6. शासन फैले। 7. पुस्तकें जलती हैं। 8 सुख बढ़े । 9. बहिनें खेलती हैं । 10 राजा प्रसन्न होवे | 12 छोटे घड़े टूटते हैं । 13. पोता प्रसन्न होवे | 15. लक्ष्मी बढ़ती है। 16. मेघ गरजते हैं । 17. वैराग्य बढ़े । 18. अभिलाषाएं शान्त होंगी । 19. वस्त्र सूखता है । 20. रूप खिलेगा । 21. शिक्षा फैलेगी । 22. मामा उठे। 23 पानी टपकता है । 24 नदियाँ सूखेंगी। 25. अपयश फैलता है 26. दु:ख छूटे। 27. गुफाएं नष्ट हुईं। 28 व्रत शोभते हैं । 29. ज्ञान सिद्ध हो | 30. बहिनें ठहरेंगी । 31. पुत्र कांपता है । 32. सदाचार शोभे । 33. प्यास शान्त होवे । 34. राक्षस मरे । 35 बीज उगेंगे । 36. महिलाएं उत्साहित हों । 37. सिंह भागते हैं । 38. सत्य खिले । 39. वाणी थकती है। 40. राक्षस कूदकर मरते हैं । 41. नागरिक जागने के लिए प्रयत्न करेगा। 42 पुत्री लड़कर रोती है । 43. बालक रोकर सोयेंगे । 44. विमान ठहरकर उड़ेगा । 45. तृष्णा छूटकर शान्त होवे । 46. सूर्य उगकर शोभा । 47. मनुष्य जीने के लिए प्रयास करे। 48 पुत्रियां खेलने के लिए खुश होंगी । 49. मामा थककर बैठते हैं । 50. धागा गलकर टूटता है । 51. कन्या देरी करके उठती है। 52. रत्न गिरकर टूटेगा । 53. राज्य फैलने के लिए लड़ते हैं । 54. बेटी ठहरकर उठेगी । 55. पुस्तकें जलकर नष्ट होता हैं । 56 नागरिक प्रयास करके खेलें । 57 बहिन खुश होकर घूमेगी । 58. सर्प डरकर भागे । 59 माताएँ जीने के लिए प्रयत्न करे । उदाहरण करहो बइसइ / ब इसे इ / ब इस ए / ब इस दि/ब इसदे । नोट - इस अभ्यास - 19 को हल करने के लिए 'प्राकृत रचना सौरभ' के पाठ 30 से 40 का अध्ययन कीजिए । प्राकृत अभ्यास सौरभ } 11. गठरी लुढ़कती है । 14. नागरिक जागेंगे । Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only [ 83 www.jainelibrary.org
SR No.002575
Book TitlePrakrit Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1997
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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