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अभ्यास-16
(क) निम्नलिखित वाक्यों की प्राकृत में रचना कीजिए । संज्ञा, कृदन्त एवं
क्रियारूपों के सभी विकल्प लिखिए--
1 धन बढ़ें। 2. व्यसन नष्ट होते हैं। 3. गठरियाँ लुढ़कती हैं। 4. विमान उड़ते हैं। 5. राज्य प्रयत्न करते हैं। 6. नागरिक सोयेंगे । 7. विमान उड़ें। 8. कागज सूखते हैं । 9. छींके छूटती हैं । 10 लकड़ियाँ जलेंगी। 11. नागरिक अफसोस करते हैं। 12. गीत गूंजेंगे। 13. राज्य भूल करते हैं। 14. कागज सूखें। 15. जंगल नष्ट होते हैं। 16. लकड़ियां जलती हैं। 17. भय नष्ट हुए । 18 धान उगते हैं । 19. खेत जलेंगे। 20. व्यसन नष्ट हों। 21. गीत गूंजते हैं। 22. गठरियाँ लुढ़कें। 23. धान उगेंगे। 24. नागरिक प्रयत्न करें। 25. लकड़ियां जलीं। 26. कागज सूखेंगे। 27. गठरियाँ लुढ़ केंगी। 28 धान उगें। 29. भय नष्ट हों। 30. विमान पड़ते हैं। 31. जंगल नष्ट होंगे। 32. नागरिक भागें। 33. शासन फैलें। 34. विमान उड़ेंगे । 35. धागे टूटते हैं। 36. वस्त्र जलते हैं। 37. नागरिक कूदते हैं । 38. खेत नष्ट होते हैं । 39. राज्य सोहें। 40. बीज उगते हैं । 41. धागे गलकर टूटेंगे । 42. नागरिक भूल करके अफसोस करते हैं। 43 बीज बढ़ने के लिए उगेंगे। 44 घान उगकर बढ़ें। 45. नागरिक जागने के लिए उत्साहित होते हैं। 46. लकड़ियां नष्ट होने के लिए जलती हैं। 47. गीत गंजकर प्रकट होते हैं। 48. कर्ज नष्ट होंगे। 49. गठरियां लुढ़ककर गिरती हैं। 50. राज्य उत्साहित होकर प्रसन्न होंगे। 51. नागरिक नाचने के लिए उठे। 52. राज्य फैलने के लिए झगड़ा करते हैं। 53. नागरिक उपस्थित होकर प्रसन्न होंगे। 54. विमान गिरकर नष्ट होते हैं। 55. नागरिक प्रयास करके खेलें । 56. विमान ठहरकर उड़ेंगे । 57. बीज उगकर बढ़ते हैं। 58. नागरिक कदकर भागे। 59. लकड़ियां जलकर नष्ट होंगी। 60 वस्त्र गलकर नष्ट होते हैं ।
नोट- इस अभ्यास-!6 को हल करने के लिए प्राकृत रचना सौरभ' के पाठ 36
का अध्ययन कीजिए।
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[ प्राकृत अभ्यास सौरम
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