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________________ अभ्यास-12 (क) निम्नलिखित वाक्यों को प्राकृत में रचना कीजिए । पुरुषवाचक सर्वनाम, सम्बन्धक भूतकृदन्त (पूर्वकालिक क्रिया), हेत्वर्थक कृदन्त एवं क्रियारूपों के सभी विकल्प लिखिए - 1. तुम खुश होकर जीओ। 2. वह नाचने के लिए उठती है । 3. वे सब उछलने के लिए प्रयास करेंगे। 4. तुम घूमकर थकते हो। 5. वह मरने के लिए कूदता है। 6. तुम सब हँसकर खेलो। 7. हम सब जागकर उठते हैं। 8. मैं खेलकर प्रसन्न होती हैं। 9. वह नाचने के लिए शरमाएगी। 10. तुम सब ठहरकर स्नान करो। 11. मैं घूमने के लिए उठंगी। 12 वह कांपकर मूच्छित होता है। 13. वे दोनो लड़कर मरेंगे। 14. तुम दोनों बैठने के लिए ठहरो। 15. वे दोनों लड़कर तड़फड़ाते हैं । 16. मैं हंसकर जीतूंगी। 17. वह शरमाकर नाचेगी। 18. तुम रूसकर सोते हो। 19 वे जागने के लिए प्रयास करे। 20. वे सब घूमने के लिए प्रसन्न होवेंगी। 21 तुम उठने के लिए ठहरो। 22. वह रोकर सोवेगी। 23. हम सब प्रसन्न होने के लिए घूमेंगे। 24. वे सब लड़ने के लिए छिपते हैं । 25. तुम स्नान करके सोवो। 26. तुम नाचकर थकते हो। 27. वे सब बैठकर खेलें । 28. तुम उठने के लिए आगो । 29. मैं सोने के लिए उठती हूँ। 30. वह खुश होकर घूमेगी। उदाहरण तुम खुश होकर जीग्रो=तुमं/तुं/तुह उल्लसिऊरण/उल्लसिऊणं/उल्लसिदूण उल्लसिणं/उल्लसिउं/उल्लसिय/उल्ल सित्ता जीवहि/ जीवसु/जीवधि/जीव/जीवेहि/जीवेसु/जीवे घि/जीवेज्जस/ जीवेज्जहि/जीवेज्जे । नोट-इस अभ्यास-12 को हल करने के लिए 'प्राकृत रचना सौरभ' के पाठ 28 व 29 का अध्ययन कीजिए। प्राकृत अभ्यास सौरभ ] [ 49 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002575
Book TitlePrakrit Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1997
Total Pages238
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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